free loan, चित्तौड़गढ़ जिले के पशुपालकों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। राजस्थान सरकार ने गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना में बदलाव करते हुए अब ब्याज-मुक्त ऋण प्राप्त करने के लिए अपनी संपत्ति गिरवी रखने की अनिवार्यता को हटा दिया है। इस बदलाव के बाद, अब पशुपालक बिना किसी संपत्ति को गिरवी रखे आसानी से ऋण प्राप्त कर सकते हैं, जिससे योजना का लाभ लेने वालों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हो रही है।

इस योजना के तहत, अब जिले के लगभग एक हजार किसानों को ब्याज-मुक्त ऋण मिलेगा, जिससे पशुपालन को बढ़ावा मिलेगा और किसानों को आर्थिक राहत मिलेगी। यह ऋण योजना किसानों को पशुपालन से जुड़े कार्यों की लागत को कवर करने में मदद करेगी, और इससे पहले की जटिलताओं के बिना आवेदन करना संभव होगा।

योजना में हुए महत्वपूर्ण बदलाव-

पहले गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना में ब्याज मुक्त ऋण पाने के लिए कई जटिल शर्तें थीं, जैसे सहकारी डेयरी की सदस्यता, दूध बेचने का भुगतान संबंधित के खाते में आना, सिबिल स्कोर का न्यूनतम 600 होना, और डेयरी सहकारी समिति के सचिव की अनुशंसा की आवश्यकता थी। इन शर्तों के कारण कई पात्र पशुपालक योजना से बाहर हो गए थे। लेकिन अब नई गाइडलाइनों के तहत सिबिल स्कोर की शर्त हटा दी गई है, और अब ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले गोपालक परिवार भी योजना के तहत लाभ उठा सकते हैं।

इसके अलावा, अब सहकारी बैंक शाखाएं आवेदक और जमानतदार की साख को देखकर ऋण स्वीकृति की अनुशंसा कर सकती हैं, और ऋण का भुगतान मासिक किस्तों में किया जा सकेगा।

पशुपालकों के लिए एक नई उम्मीद-

राज्य सरकार की यह पहल पशुपालकों के लिए बड़ी राहत साबित होगी, क्योंकि अब वे बिना किसी संपत्ति को गिरवी रखे अपनी पशुपालन गतिविधियों के लिए आवश्यक पूंजी प्राप्त कर सकेंगे। इस योजना से प्रदेश के लगभग 5 लाख गोपालकों को लाभ होने की उम्मीद है, जिससे प्रदेश में पशुपालन क्षेत्र को एक नया impetus मिलेगा।