भीलवाड़ा में बजरी खनन का काम सरकारी कंपनी काे दिया गया है। अगले महीने से खनन शुरू हो जाएगा। डिमांड की तुलना में 20 से 25 प्रतिशत तक वैध खनन भीलवाड़ा में होगा।
सरकार के फैसले से 15 से 20 प्रतिशत बजरी के दाम कम होंगे।

हालांकि सरकारी स्तर पर 20 से 25 प्रतिशत तक दाम कम हाेने की उम्मीद है। प्रदेश के हर जिले में बजरी की कीमतें प्रति टन अलग-अलग हैं। प्रदेश में बजरी की प्रति वर्ष डिमांड 700 लाख टन है।
भीलवाडा़ से 150 लाख टन बजरी सालाना मिलने की उम्मीद है। इसी से बजरी सस्ता हाेने की उम्मीद जताई जा रही है।

अवैध बजरी 1200 से 1500 रुपए प्रति टन बिक रही है,

प्रदेश में 400 से 750 रु. प्रति टन बजरी भरी जा रही है। अवैध बजरी 1200 से 1500 रु. प्रति टन बिक रही है। सरकार के इस फैसले के बाद दरें कम हाेंगी। गुरुवार को सीएम ने आरएसएमएमएल को
भीलवाड़ा में खनिज बजरी के खनन पट्टों के तीन मंशा पत्र (एलओआई) जारी करने की स्वीकृति प्रदान कर दी हैं।