सीएम अशोक गहलोत द्वारा उनके नामांकन पत्र में आपराधिक मामलों छुपाने को लेकर उनका नामांकन पत्र रद्द हो सकता है, इसको लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने सरदारपुर विधानसभा सीट से रिटेनिंग अधिकारी संजय कुमार की ओर से गहलोत के खिलाफ अपराधिक मामले छुपाने को लेकर यह घोषणा की है, वही नामांकन पत्र जांच के बाद सिरोही- शिवगंज विधानसभा क्षेत्र से चार नामांकन पत्र को रद्द कर दिया गया है, जैसे ही इसकी जानकारी कांग्रेस को मिली कांग्रेस में काफी हलचल तेज हो गई है,
सीएम अशोक गहलोत पर दो आपराधिक मामले छुपाने को लेकर भाजपा ने यह आरोप लगाए हैं जिसकी अभी जांच चल रही है जैसे ही ताजा अपडेट आती है तो आपको जानकारी मिल जाएगी,
शिकायत पत्र में बताए गए हैं कि पहले आपराधिक मामला 8 सितंबर 2015 का है, जो की जयपुर की गांधीनगर पुलिस थाना में लगाया गया है, अपराधिक मामले में गहलोत के खिलाफ छह धाराओं में यह कैसे लगाया गया है, जिसमें 166,409,420,467, 471 और 120 बी के तहत यह मामला दर्ज कराया गया है,
जबकि दूसरा मामला 31 मार्च 2022 का बताया जा रहा है !
सीएम गहलोत ने नामांकन पत्र में दी डिटेल,
सीएम के पास 20 हजार नकद, पत्नी के पास 10 हजार नकद,
सीएम के बैंक खातों में 1.93 करोड़ जमा, पत्नी के नाम बैंक में 65 लाख जमा,
सीएम के पास आधा तोला सोना भी है,
खुद के पास कोई वाहन नहीं,
सीएम के पास विधानसभा का दिया हुआ एक आईफोन, 2 फ्रीज, 2 AC और 2 कलर टीवी
जोधपुर के मंडोर में 23 बीघा पैतृक खेती की जमीन, उसका सात करोड़ बाजार मूल्य
मूंडवा, नागौर में पैतृक प्लॉट में आधा हिस्सा, जोधपुर के महामंदिर के पैतृक प्लॉट में आधा हिस्सा-बाजार कीमत 38.55 लाख रुपये
सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ चार केस पेंडिंग, दिल्ली में एक और जयपुर में तीन केस
लगातार पांच बार यहां से विधायक
गहलोत ने 1977 में पहली बार सरदारपुर से चुनाव लड़ा था, लेकिन वे हार गए थे। इसके बाद 1980 में लोकसभा का चुनाव लड़ा।
1999 में दूसरी बार सीएम बनने के बाद सरदारपुरा से उपचुनाव के लिए नामांकन किया। इसके बाद से लगातार पांच बार यहां से विधायक चुने गए हैं।