भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति ने राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया में महत्वपूर्ण बदलाव की ओर कदम बढ़ाते हुए एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में बची हुई सभी 70 सीटों के लिए उम्मीदवारों को लेकर सहमति बनी है। इसमें यह भी तय किया गया कि कोई भी केंद्रीय मंत्री विधानसभा चुनाव में भाग नहीं लेगा।
बैठक में शामिल नेता:
इस बैठक में राजस्थान भाजपा कोर ग्रुप के नेता, भाजपा मुख्यालय से रवाना होकर प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी के आवास पर सभी महत्वपूर्ण नेता शामिल रहे। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी और अर्जुनराम मेघवाल के विधानसभा चुनाव में भाग नहीं लेने की संभावना है।
होल्ड पर रखी गई सीटों के लिए टिकट:
बैठक में कोर ग्रुप ने शुरुआत में करीब आधा दर्जन सीटों को होल्ड पर रखा था, जिन पर उम्मीदवारों के नाम पर सहमति बनी है। इसके बाद बैठक में आधा दर्जन सीटों पर होल्ड किए गए टिकटों पर भी कोर ग्रुप की सहमति बन गई है। यह निश्चित करने के लिए किया गया है कि कोई भी केंद्रीय मंत्री इन सीटों के लिए उम्मीदवार नहीं बनेगा।
चुनावी रणनीति में बदलाव:
इस बार की चुनावी रणनीति में यह बदलाव दरअसल पार्टी की स्थानीय स्तर पर मजबूती को ध्यान में रखते हुए किया गया है। इस समय पार्टी ने यह तय किया है कि स्थानीय नेताओं को मौका देना जरूरी है ताकि वह अपने क्षेत्र में मजबूती से प्रतिस्पर्धा कर सकें। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्रियों को भी स्थानीय चुनावों में भाग नहीं लेने का फैसला किया गया है।