राजस्थान में आने वाले चुनाव की घोषणा के साथ ही पार्टियों ने विधायकों की घोषणा भी शुरू कर दी है। इस समय, जब चुनावी मैदान गरमा गरम है,
एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें राजस्थान की 15वीं विधानसभा के सबसे अमीर और सबसे गरीब विधायकों की जानकारी है, साथ ही उनके खिलाफ चल रहे आपराधिक केस की भी जानकारी है।
आर्थिक स्थिति:
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) और राजस्थान इलेक्शन वॉच ने किया गया एक एनालिसिस दर्शाता है कि राजस्थान के विधायकों की औसत संपत्ति 7.49 करोड़ रुपए है।
इसमें कांग्रेस के विधायकों की औसत संपत्ति (9.28 करोड़), बीजेपी विधायकों की औसत संपत्ति (5.45 करोड़) से ज्यादा है।
आरएलपी के विधायकों की 1.19 करोड़, सीपीएम के विधायकों की 24.24 लाख और बीटीपी के विधायकों की 7.66 लाख औसत संपत्ति है।
सबसे अमीर और सबसे गरीब विधायक:
- सबसे अमीर विधायक: राजस्थान के सबसे अमीर विधायक पहले नंबर पर सीकर की धोद सीट से हैं, जिनकी संपत्ति 1 अरब 72 करोड़ रुपए है।
दूसरे नंबर पर चितौड़गढ़ के निम्बाहेड़ा से हैं, जिनकी संपत्ति 1 अरब 7 करोड़ है। तीसरे नंबर पर भरतपुर के डीग कुम्हेर से हैं, जिनकी संपत्ति 1 अरब 4 करोड़ है। - सबसे गरीब विधायक: सबसे कम संपत्ति वाले विधायक डूंगरपुर की चौरासी सीट से हैं, जिनकी संपत्ति मात्र 1 लाख 22 हजार है। दूसरे नंबर पर नागौर की लाडनूं सीट से हैं,
जिनकी संपत्ति 5.92 लाख रुपए है। तीसरे नंबर पर नागौर के परबतसर से हैं, जिनकी संपत्ति 6.45 लाख है।
आपराधिक केस:
कुल मिलाकर, 28 विधायक ऐसे हैं, जिन पर गंभीर किस्म के आपराधिक केस दर्ज हैं। यानी 14 फीसदी विधायकों के खिलाफ गंभीर किस्म के केस हैं।
कांग्रेस के 18, बीजेपी के 6 और निर्दलीयों के 43 विधायकों पर गंभीर किस्म के आपराधिक मामले चल रहे हैं।
यह आंकड़े स्पष्ट रूप से दिखाते हैं कि राजस्थान की राजनीति में न केवल धन की महत्वता है, बल्कि आपराधिक क्षेत्र में भी कई चुनौतियाँ हैं।
चुनावी मैदान में जाने से पहले यह सभी तथ्य जरूर ध्यान में रखने चाहिए।