मध्य प्रदेश और राजस्थान में हुई भारी बारिश के बाद नदियों का जलस्तर बढ़ा
मध्य प्रदेश और राजस्थान में हुई भारी बारिश के बाद, राजस्थान के कई प्रमुख नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। मध्य प्रदेश में गांधी सागर बांध से करीब तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ दिया गया है, जिसके बाद चंबल नदी उफान मारने लगी है। इसके परिणामस्वरूप, कोटा बैराज के 13 गेट खोलने पड़े हैं ताकि नदी का पानी विकसित क्षेत्रों में बह सके।
इसके अलावा, जवाहर सागर और राणा प्रताप सागर बांधों से भी लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद, जहां पानी भरने की आशंका थी, वहां पानी को खाली कर दिया गया है।
इस दौरान, पश्चिमी राजस्थान के तीन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, और पिछले 24 घंटे के दौरान बाड़मेर, जयपुर, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, सिरोही, जालोर, उदयपुर, पाली, राजसमंद, और नागौर जिलों के कई इलाकों में एक से दो इंच तक की बरसात हुई है।
पश्चिमी राजस्थान में भारी बारिश की चेतावनी
जयपुर मौसम केन्द्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि दक्षिण-पूर्वी राजस्थान के ऊपर बना कम दबाव (लो-प्रेशर सिस्टम) अब कमजोर हो चुका है और परिसंचरण तंत्र (साइक्लोनिक सर्कुलेशन) में बदल गया है। यह सिस्टम वर्तमान में दक्षिणी राजस्थान के ऊपर एक्टिव है और पश्चिम की दिशा में आगे बढ़ रहा है। इसके कारण बाड़मेर, जालोर, और जैसलमेर के कुछ भागों में आज भारी बारिश होने की संभावना है। निदेशक ने बताया कि 20 सितंबर से राज्य में भारी बारिश के दौर से राहत मिल सकती है।