भाजपा ने भारतीय राजनीति के माध्यम से अपना प्रतिष्ठान बढ़ाते हुए 29 सीटों पर पिछले तीन चुनावों में विजयी बनकर एक महत्वपूर्ण स्थान बनाया है। यह जीतें दिखाती हैं कि पार्टी की पॉपुलैरिटी और चुनावी प्रवृत्तियों में उसका मजबूत स्थान है।
ये 29 सीटें हैं:
- बूंदी
- कोटा दक्षिण
- लाडपुरा
- रामगंजमंडी
- झालरापाटन
- खानपुर
- आसींद
- भीलवाड़ा
- उदयपुर
- राजसमंद
- बीकानेर पूर्व
- रतनगढ़
- फुलेरा
- विद्याधर नगर
- मालवीय नगर
- अलवर शहर
- अजमेर उत्तर
- अजमेर दक्षिण
- ब्यावर
- नागौर
- सोजत
- पाली
- बाली
- सूरसागर
- सांगानेर
- सीवाना
- भीनमाल
- दो अन्य सीटें
इन सीटों पर भाजपा की यथासम्भाव जीत का संकेत देती हैं, और इससे पार्टी का स्थायित समर्थन और चुनावी योग्यता का प्रमाण मिलता है। यह भी दिखाता है कि भाजपा ने राजस्थान राज्य में अपनी प्रियता बनाई है और यहाँ के चुनावों में महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनी है।
भाजपा ने 29 सीटों पर तीन चुनावों से नहीं हारी
भाजपा ने भारतीय राजनीति के माध्यम से अपना प्रतिष्ठान बढ़ाते हुए 29 सीटों पर पिछले तीन चुनावों में विजयी बनकर एक महत्वपूर्ण स्थान बनाया है। यह जीतें दिखाती हैं कि पार्टी की पॉपुलैरिटी और चुनावी प्रवृत्तियों में उसका मजबूत स्थान है।
ये 29 सीटें हैं:
- बूंदी
- कोटा दक्षिण
- लाडपुरा
- रामगंजमंडी
- झालरापाटन
- खानपुर
- आसींद
- भीलवाड़ा
- उदयपुर
- राजसमंद
- बीकानेर पूर्व
- रतनगढ़
- फुलेरा
- विद्याधर नगर
- मालवीय नगर
- अलवर शहर
- अजमेर उत्तर
- अजमेर दक्षिण
- ब्यावर
- नागौर
- सोजत
- पाली
- बाली
- सूरसागर
- सांगानेर
- सीवाना
- भीनमाल
- दो अन्य सीटें
इन सीटों पर भाजपा की यथासम्भाव जीत का संकेत देती हैं, और इससे पार्टी का स्थायित समर्थन और चुनावी योग्यता का प्रमाण मिलता है। यह भी दिखाता है कि भाजपा ने राजस्थान राज्य में अपनी प्रियता बनाई है और यहाँ के चुनावों में महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनी है।